केस अध्ययन (Case Study)
बिरेन्द्र मेहता |
केस अध्ययन एक व्यक्ति, एक परिवार, एक विद्यालय या बच्चों के एक समूह का गहन अन्वेषण है । शिक्षा में समस्या ग्रस्त बच्चों की पृष्ठभूमि वतावरण और उनकी विशेषताओं का निर्धारण करने के लिए आयोजित किया जाता है । वर्तमान अवस्था, पुराने अनुभव और अन्य संबंधित घटनाओं के बारे में आवश्यक आंकड़े एकत्रित करके हम समस्याग्रस्त बच्चों जैसे भगोड़ा, अल्पज्ञ , आक्रामक, निराशा ग्रस्त, के वर्तमान व्यवहार और निष्पादन को समझ सकते हैं । इन आंकड़ों का गुणात्मक विश्लेषण केस का व्यापक और समायोजित दृश्य की संरचना करने में सहायक होता है । अध्ययन उपाय उपागम में अन्वेषक अर्थात अध्यापक व्यक्ति को अद्वितीय केस मानकर अपनी रुचि को उन्हीं तक सीमित रखता है या व्यक्तियों के एक छोटे समूह से आंकड़े एकत्रित करता है । हालांकि आंकड़ों का वस्तुपरक एकत्रीकरण और विश्लेषण तकनीकों में पक्षपात पूर्ण ढंग से व्यक्तिगत विचार का समावेश करने का खतरा लगातार बना रहता है ।
अन्वेषक को केस अध्ययन आयोजित करने से संबंधित सभी कौशलों से अच्छी तरह से परिचित होना चाहिए । केस अध्ययन आयोजित करते समय निम्नलिखित चरणों का अनुसरण आप कर सकते हैं ।
1. केस का वर्तमान अवस्था का निर्धारण करना प्रत्यक्ष अवलोकन के द्वारा निर्धारण किया जा सकता है । आप किसी भी प्रकार के परीक्षण की सहायता ले सकते हैं । अभिभावकों सहपाठियों से बात करके बच्चों के बारे में सूचना प्राप्त कर सकते हैं ।
2. सबसे अधिक संभावित पूर्ववृत्त का निर्धारण करना - यह सूचना कार्य योग्य परिकल्पना की रचना करने में सहायता करता है ।
3. पूर्ववृत्त का सत्यापन करना ।
4. कारणों का निदान करना और कारण के प्रकरण में सुधारात्मक उपाय की योजना बनाना ।
5. केस का अनुवर्तन कार्यक्रम ।
6.एक प्रभावकारी तकनीक के रूप में केस अध्ययन समस्या को पहचानने और रणनीति विकास के लिए योजना बनाने में किस से संबंधित सूचना देता है ।
निष्कर्ष
अतः हम पाते हैं कि केस अध्ययन अध्यापक को बच्चे के उस समस्या का निराकरण करने के लिए उपयुक्त रणनीति का विकास करने के लिए सहायता करता है जिसके कारण बच्चे के अधिगम में बाधा उत्पन्न होती है यह अध्यापक को केस का व्यापक आकलन करने के योग्य बनाता है ।
क्रियाकलाप
यहां पर आप इसके माध्यम से एक क्रियाकलाप कर सकते हैं जैसे एक या दो विद्यार्थी की पहचान करें जो नियमित रुप से विद्यालय में उपस्थित नहीं होते हैं उनके अभिभावको सहपाठियों से सलाह लेकर सूचना प्राप्त करें । ज्ञात करें कि इस प्रकार के व्यवहार का क्या कारण है ? उस अवांछित गतिविधियों को रोकने के लिए एक रणनीति का विकास करें केस पर एक रिपोर्ट लिखें ।
मैं उम्मीद करता हूं की सभी पाठकों को हमारा यह केस अध्ययन से संबंधित जानकारियां पसंद आया होगा ।
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हमारे मित्रों अगर आप आर्टिकल को पढ़ते पढ़ते थक जाए तो इस दिए हुए लिंक पर क्लिक करके हमारे साथ वीडियो का आनंद ले लीजिए तथा साथ ही साथ पढ़ भी लीजिए
।https://youtu.be/xvWBJnGcPMw
क्या आप जानते हैं की मैं ही वीरेंद्र कुमार मेहता तथा वीरू हिंदुस्तानी हूं । मैं अपना भारत अपना झारखंड अपना पलामू का ही हूं ।
मेरा इमेल है mehta.birendra@ymail.com
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