गुरुवार, 12 अप्रैल 2018

बच्चों के रिकार्डो का रखरखाव

बच्चों के रिकार्डो का रखरखाव 

स्थानीय अधिकारीकी अपने अधिकार क्षेत्र के सभी बच्चों का जन्म से लेकर जब तक वह 14 वर्ष के नहीं हो जाते तब तक रिकॉर्ड रखती है  । यह कार्य वह प्रत्येक घर के सर्वेक्षण के द्वारा प्राप्त करती है । इस रिकॉर्ड का अपडेटिंग प्रतिवर्ष किया जाता है । यहां पर एक अध्यापक के रूप में हमारी भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है । अतः हमारा कर्तव्य बन जाता है कि यदि कहीं भी किसी बच्चे के अधिकारों का हनन हो रहा हो तो इसकी सूचना तुरंत स्थानीय अधिकारीकी को दे दिया जाना चाहिए; जैसे बच्चों का शारीरिक या मानसिक उत्पीड़न,विद्यालय में प्रवेश से मना कर देना इत्यादि । इस प्रकार के मुद्दों के प्रति हमें अत्यधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है ।  हमें बच्चों की आवश्यकताएं की पहचान करनी चाहिए,  एक योजना बनाकर शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 के प्रावधानों को क्रियान्वित कर मॉनिटर करते रहना चाहिए ।

स्थानीय अधिकारीकी से यह अपेक्षा की जाती है कि वह विद्यालय में मध्यान भोजन की व्यवस्था को मॉनिटर करते रहे ।  जैसा कि आप सभी जानते हैं कि यह योजना बहुत से राज्यों में पहले से ही चल रही है और हम समाचार पत्रों के द्वारा अथवा अन्य मीडिया के माध्यम से इस योजना में चल रहे कदाचार के विषय में सुनते रहे हैं । हमारा यह कर्तव्य बन जाता है कि हम इस प्रकार के कदाचार पर अपने स्तर पर ही रोक लगाने का प्रयास करते। रहे । विद्यालय प्रबंधन समिति एक विद्यालय विकास कार्यक्रम तैयार करती है जो तीन वर्ष तक के लिए होती है । इसमें आधारभूत आवश्यकताएं, मानव संसाधन संबंधी आवश्यकताएं जैसे,आवश्यकता अनुसार अध्यापकों या मुख्य अध्यापकों की नियुक्ति, तथा अन्य वित्तीय आवश्यकताएं सम्मिलित की जाती है हम इस योजना के निर्माण में प्रबंधन समिति की सहायता कर सकते हैं ।
All full forms related to computer click here     https://drive.google.com/file/d/1Z2-WtYEDND0b_gBAv7zdJHPmrVzCHx8h/view?usp=drivesdk


आप लोगों का सहयोगी शिक्षक     वीरेंद्र कुमार मेहता                                              
तारीख 12 अप्रैल 2018

भाषा शिक्षण में आकलन एवं मूल्यांकन के बारे में जानने के लिए दिए हुए लिंक पर क्लिक करे ।http://biruhindustani.blogspot.in/p/1.html?m=1    अथवा
https://youtu.be/HpqrwMAzWWo
त्रिभाषा सूत्र के बारे में जानने के लिए यहां पर क्लिक करेंhttp://biruhindustani.blogspot.in/2018/03/1952-53-1964-66-1.html?m=1








कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

मनोविज्ञान का स्वरूप एवं परिभाषा

मनोविज्ञान का स्वरूप तथा परिभाषा सरल शब्दों में मनोविज्ञान मानसिक प्रक्रियाओं अनुभवों तथा व्यक्त और अव्यक्त दोनों प्रकार के व्यवहार...